Road Accident in Punjab: गिराए गए पेड़ों के कारण महिला की गर्दन शरीर से अलग, प्रशासन कब जागेगा?
Road Accident in Punjab: पंजाब के पटियाला में 2 नवंबर को हुई एक भयानक सड़क दुर्घटना ने एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। इस दुर्घटना में एक महिला की गर्दन उसके शरीर से अलग हो गई, जब उसकी कार सड़क पर गिराए गए पेड़ से टकरा गई। यह हादसा इतना भीषण था कि कार के दोनों एयरबैग खुलने के बावजूद महिला की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर प्रशासन कब जागेगा और सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
पेड़ गिराने का काम और प्रशासन की लापरवाही
पटियाला में चार लेन सड़क बनाने के लिए पिछले एक महीने से पेड़ गिराने का काम चल रहा है। लेकिन समस्या यह है कि इन पेड़ों के बड़े टुकड़े तुरंत हटाए नहीं जा रहे हैं, जिससे सड़क पर खतरा पैदा हो रहा है। यह स्थिति रात में और भी गंभीर हो जाती है, जब अंधेरे में वाहन चालकों को गिराए गए पेड़ों के टुकड़े दिखाई नहीं देते, जिससे लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं।
रात में यात्रा करना हुआ खतरनाक
सरहिंद रोड पर हुए इस हालिया हादसे के बाद, यह स्पष्ट है कि रात में यात्रा करना खतरनाक हो गया है। सड़क पर 30 किलोमीटर लंबे हिस्से में से 25 किलोमीटर ऐसे हैं जहां स्ट्रीट लाइट्स नहीं हैं। अंधेरे में तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन गिराए गए पेड़ों के टुकड़ों से टकरा जाते हैं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान होता है।
पहले भी हो चुकी हैं मौतें
इस साल की 12 अक्टूबर को भी ऐसी ही एक दुर्घटना में तीन लोगों की जान चली गई थी। वे तीनों लोग एक मारुति कार में यात्रा कर रहे थे जब अचानक एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पेड़ों के कारण सड़क पर आने लगी। यह दुर्घटना इस बात का संकेत है कि कैसे प्रशासन की लापरवाही से सड़क पर जानलेवा हालात बन रहे हैं।
चेतावनी बोर्डों की कमी
दुर्भाग्य से, सड़क पर न तो गिराए गए पेड़ों को समय पर हटाया जा रहा है और न ही किसी प्रकार के चेतावनी बोर्ड लगाए जा रहे हैं। यह स्थिति यह दिखाती है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। स्थानीय लोग लगातार प्रशासन को इसकी सूचना दे रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
परिवारों का दर्द और प्रशासन की अनसुनी
यहां तक कि जिन परिवारों ने सड़क दुर्घटनाओं में अपने प्रियजनों को खोया है, वे भी कानूनी कार्रवाई करने से कतराते हैं। उनकी चुप्पी यह दर्शाती है कि वे कितने हताश हैं। वे उम्मीद करते हैं कि प्रशासन कुछ करेगा, लेकिन प्रशासन की अनदेखी उन्हें निराश करती है। यह देखना महत्वपूर्ण है कि कितनी और मौतें होनी चाहिए ताकि प्रशासन जागे और आवश्यक कदम उठाए।
सड़क सुरक्षा के उपाय
सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपायों की आवश्यकता है। सबसे पहले, गिराए गए पेड़ों को तुरंत हटाने की प्रक्रिया को तेज किया जाना चाहिए। इसके अलावा, सड़क पर स्ट्रीट लाइट्स और चेतावनी बोर्ड लगाना भी अनिवार्य है, ताकि वाहन चालकों को खतरनाक स्थितियों के बारे में समय पर जानकारी मिल सके।
जन जागरूकता की आवश्यकता
इसके साथ ही, जन जागरूकता भी महत्वपूर्ण है। लोगों को यह समझना होगा कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और प्रशासन पर दबाव डालें कि वे इस समस्या को गंभीरता से लें। मीडिया को भी इस मुद्दे को उठाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में पता चले और वे आवाज उठाएं।
पंजाब में हो रही सड़क दुर्घटनाएं प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्था का परिणाम हैं। जब तक प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से नहीं लेता, तब तक अनगिनत जिंदगियों का खतरा बना रहेगा। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सड़कें सुरक्षित हों, ताकि कोई और परिवार अपने प्रियजन को सड़क दुर्घटनाओं में न खोए।
हमारी सरकार और प्रशासन को इस दिशा में तुरंत कदम उठाने चाहिए। इस मुद्दे पर केवल बात करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि ठोस और प्रभावी कार्रवाई करनी होगी। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और लोगों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।